বাস ইয়হী সোচ কে | बस यही सोच के | Bas Yahi Soch Ke | Key Lyrics

বাস ইয়হী সোচ কে
बस यही सोच के
Bas Yahi Soch Ke
Ghazal Song (গজল)
Album: Kashish (1998)
Lyricist: Traditional
Music Director: भूषण दुआ
(Bhushan Dua)
Singer: Anup Jalota
[বাস ইয়হী সোচ কে]-২
তুমসে নাজার মিলা লী হ্যাঁয়
বাস ইয়হী সোচ কে
তুমসে নাজার মিলা লী হ্যাঁয়
[নাএ জাখ্মো কে লিএ
দিল মেঁ জাগা খালী হ্যাঁয়]-২
বাস ইয়হী সোচ কে
তুমসে নাজার মিলা লী হ্যাঁয়।
[বেবাফা কেহে কে মুঝে উসনে
ভারী মেহেফিল মেঁ]-২
জানে কিস বাত কী
ইয়ে দুশ্মনী নিকালী হ্যাঁয়
নাএ জাখ্মো কে লিএ
দিল মেঁ জাগা খালী হ্যাঁয়
বাস ইয়হী সোচ কে
তুমসে নাজার মিলা লী হ্যাঁয়।
[লোগ দীবানা সমাঝতে হ্যাঁয়
তেরে আশিক কো]-২
দিল লাগানে কী বহুত খুব
সাজা পায়ী হ্যাঁয়
নাএ জাখ্মো কে লিএ
দিল মেঁ জাগা খালী হ্যাঁয়
বাস ইয়হী সোচ কে
তুমসে নাজার মিলা লী হ্যাঁয়।
[বো মুঝে ফির সে বুলাতে হ্যাঁয়
বাহী পার দেখো]-২
ম্যাঁয় না জাউঙ্গা
জাহাঁ কাব কী কসম খা লী হ্যাঁয়
নাএ জাখ্মো কে লিএ
দিল মেঁ জাগা খালী হ্যাঁয়
[বাস ইয়হী সোচ কে
তুমসে নাজার মিলা লী হ্যাঁয়]-২
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[बस यही सोच के]-x२
तुमसे नज़र मिला ली हैं
बस यही सोच के
तुमसे नज़र मिला ली हैं
[नए ज़ख्मो के लिए
दिल में जगह खाली हैं]-x२
बस यही सोच के
तुमसे नज़र मिला ली हैं
[बेवफ़ा कह के मुझे उसने
भरी महफ़िल में]-x२
जाने किस बात की
ये दुश्मनी निकाली हैं
नए ज़ख्मो के लिए
दिल में जगह खाली हैं
बस यही सोच के
तुमसे नज़र मिला ली हैं
[लोग दीवाना समझते हैं
तेरे आशिक़ को]-x२
दिल लगाने की बहुत खूब
सजा पायी हैं
नए ज़ख्मो के लिए
दिल में जगह खाली हैं
बस यही सोच के
तुमसे नज़र मिला ली हैं
[वो मुझे फिर से बुलाते हैं
वहीँ पर देखो]-x२
मैं न जाऊँगा
जहाँ कब की कसम खा ली हैं
नए ज़ख्मो के लिए
दिल में जगह खाली हैं
[बस यही सोच के
तुमसे नज़र मिला ली हैं]-x२
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[Bas yahi soch ke]-x2
Tumse nazar mila li hain
Bas yahi soch ke
Tumse nazar mila li hain
[Naye zakhmo ke liye
Dil mein jagah khali hain]-x2
Bas yahi soch ke
Tumse nazar mila li hain
[Bewafa keh ke mujhe usne
Bhari mehfil mein]-x2
Jaane kis baat ki
Ye dushmani nikaali hain
Naye zakhmo ke liye
Dil mein jagah khali hain
Bas yahi soch ke
Tumse nazar mila li hain
[Log deewana samajhte hain
Tere aashiq ko]-x2
Dil lagane ki bahut khub
Saza paayi hain
Naye zakhmo ke liye
Dil mein jagah khali hain
Bas yahi soch ke
Tumse nazar mila li hain
[Woh mujhe phir se bulate hain
Wahin par dekho]-x2
Main na jaaunga
Jahan kab ki kasam khaa li hain
Naye zakhmo ke liye
Dil mein jagah khali hain
[Bas yahi soch ke
Tumse nazar mila li hain]-x2

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