বিন্দিয়া জানে কাহাঁ খোঈ
बिंदिया जाने कहाँ खोई
Bindiyaa Jane Kahan Khoyi (1950)
ললিতা গো ওকে আজ চলে যেতে
Lyricist: मधुकर राजस्थानी
(Madhukar Rajasthani)
Singer: मन्ना डे (Manna De)
জানে কাহাঁ খোঈ
[বিন্দিয়া জানে কাহাঁ খোঈ]-২
জানে কাহাঁ খোঈ রাম
হায় কাহাঁ খোঈ
ম্যায়ঁ তো সারী রাতিয়া নেহীঁ সোঈ
ননদিয়া,বিন্দিয়া জানে কাহাঁ খোঈ।
[বো বোলে পার বোল না পাএ,
ম্যায়ঁ বোলূঁ ক্যায়া হোঠ লাজাএ]-২
অাঙ্গ সে লিপটী চাহ কী অাঁগিয়া,
মান হী মান মেঁ রোঈ ননদিয়া
বিন্দিয়া জানে কাহাঁ খোঈ
জানে কাহাঁ খোঈ রাম
হায় কাহাঁ খোঈ
ম্যায়ঁ তো সারী রাতিয়া নেহীঁ সোঈ রাম
বিন্দিয়া জানে কাহাঁ খোঈ।
[রাস মেঁ ভীগী সেজ লাগান কী,
প্যায়াস বুঝী না প্যায়াসে মান কী]-২
দূর কাহীঁ সে বোলে চিরাইয়া,
হামারা বান গয়া কোঈ ননদিয়া
বিন্দিয়া জানে কাহাঁ খোঈ
জানে কাহাঁ খোঈ রাম
হায় কাহাঁ খোঈ
ম্যায়ঁ তো সারী রাতিয়া নেহীঁ সোঈ
হায় হায় রাম
বিন্দিয়া জানে কাহাঁ খোঈ।
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जाने कहाँ खोई
[बिंदिया जाने कहाँ खोई]-x२
जाने कहाँ खोई राम
हाय कहाँ खोई
मैं तो सारी रतिया नहीं सोई ननदिया
बिंदिया जाने कहाँ खोई
[वो बोले पर बोल न पाए,
मैं बोलूँ क्या होठ लजाए]-x२
अंग से लिपटी चाह की अंगिया,
मन ही मन में रोई ननदिया
बिंदिया जाने कहाँ खोई
जाने कहाँ खोई राम
हाय कहाँ खोई
मैं तो सारी रतिया नहीं सोई राम
बिंदिया जाने कहाँ खोई
[रस में भीगी सेज लगन की,
प्यास बुझी ना प्यासे मन की]-x२
दूर कहीं से बोले चिरैया,
हमारा बन गया कोई ननदिया
बिंदिया जाने कहाँ खोई
जाने कहाँ खोई राम
हाय कहाँ खोई
मैं तो सारी रतिया नहीं सोई
हाय हाय राम
बिंदिया जाने कहाँ खोई
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Jane kahan khoyi
[Bindiyaa jane kahan khoyi]-x2
Jane kahan khoyi ram
Haye kahan khoyi
Main to sari ratiya nahi soyi nanodiya
Bindiya jane kahan khoyi
[Wo bole par bol na paye
Main bolu kya hoth lajaye]-x2
Ang se lipti chah ki agiya
Man hi man mein royi nanodiya
Bindiya jane kahan khoyi
Jane kahan khoyi ram
Haye kahan khoyi
Main to sari ratiya nahi soyi ram
Bindiya jane kahan khoyi
[Ras mein bhigi sej lagan ki
Pyas bujhi na pyase man ki]-x2
Dur kahi se boli chiraiya
Humra ban gaya koi nanodiya
Bindiya jane kahan khoyi
Jane kahan khoyi ram
Haye kahan khoyi
Main to sari ratiya nahi soyi
hay hay ram
Bindiya jane kahan khoyi