তুঝসে নারাজ নেহীঁ জিন্দেগী – तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी – Tujhse Naraz Nahin Zindagi

তুঝসে নারাজ নেহীঁ জিন্দেগী
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी
Tujhse Naraz Nahin Zindagi
चित्रपट/Film: मासूम (१९८२) Masoom (1982)
गीतकार/Lyricist: गुलजार (Gulzar)
संगीतकार/Music Director: राहुल देव बर्मन
(Rahul Dev Burman)
गायक/Singer: लता मंगेशकर
(Lata Mangeshkar)

হা তুঝসে নারাজ নেহীঁ জিন্দেগী
হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়,হো হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়
তেরে মাসুম সাওয়ালোঁ সে
পারেশান হুঁ ম্যাঁয়,হো পারেশান হুঁ ম্যাঁয়
তুঝসে নারাজ নেহীঁ জিন্দেগী
হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়,হো হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়।

[জীনে কে লিএ সোচা হী নেহীঁ
দার্দ সম্ভালনে হোঙ্গে]-২
মুস্কুরায়ে তো মুস্কুরানে কে
কার্জ উতারনে হোঙ্গে
মুস্কুরাঊঁ কাভী তো লাগতা হ্যায়
জ্যায়সে হোঁঠী পে কার্জ রখা হ্যায়
তুঝসে নারাজ নেহীঁ জিন্দেগী
হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়,হো হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়।

[আজ অাগার ভার আই হ্যাঁয়
বুন্দে বারাস জাএঙ্গী]-২
কাল ক্যা পাতা ইনকে লিএ
আঁখে তারাস জাএঙ্গী
জানে কাব গুম হুআ,কাহাঁ খোয়া
এক আঁসু ছুপা কে রখা থা
তুঝসে নারাজ নেহীঁ জিন্দেগী
হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়,হো হেয়রান হুঁ ম্যাঁয়
তেরে মাসুম সাওয়ালোঁ সে
পারেশান হুঁ ম্যাঁয়,হো পারেশান হুঁ ম্যাঁয়
পারেশান হুঁ ম্যাঁয়।
…………………………………………………………………
हा तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी
हैरान हूँ मैं,हो हैरान हूँ मैं
तेरे मासूम सवालों से
परेशान हूँ मैं,हो परेशान हूँ मैं
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी
हैरान हूँ मैं,हो हैरान हूँ मैं

[जीने के लिए सोचा ही नहीं
दर्द संभालने होंगे]-x२
मुस्कुराये तो मुस्कुराने के
क़र्ज़ उतारने होंगे
मुस्कुराऊं कभी तो लगता है
जैसे होंठों पे क़र्ज़ रखा है
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी
हैरान हूँ मैं,हो हैरान हूँ मैं

[आज अगर भर आई हैं
बूंदे बरस जाएंगी]-x२
कल क्या पता इनके लिए
आँखें तरस जाएंगी
जाने कब गुम हुआ,कहाँ खोया
इक आंसू छुपा के रखा था
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी
हैरान हूँ मैं,हो हैरान हूँ मैं
तेरे मासूम सवालों से
परेशान हूँ मैं,हो परेशान हूँ मैं
परेशान हूँ मैं
…………………………………………………………………………
Ha tujhse naaraz nahin zindagi
Hairaan hoon main,ho hairaan huun main
Tere masum sawaalon se
Pareshaan hoon main,
ho pareshaan hoon main
Tujhse naaraz nahin zindagi
Hairaan hoon main,ho hairaan huun main

[Jeene ke liye sochaa hi nahi
Dard sambhaalane honge]-x2
Muskuraaye to muskuraane ke
Karz utarne honge
Muskurauun kabhii to lagataa hai
Jaise honthon pe karz rakha hai
Tujhse naaraaz nahiin zindagi
Hairaan hoon main,ho hairaan hun main

[Aaj agar bhar aai hain
Boondein baras jaayengi]-x2
Kal kyaa pataa inke liye
Aankhein taras jaayengi
Jaane kab gum hoya kaha khoyaa
Ek ansuun chhupaake rakhaa thaa
Tujhse naaraaz nahin zindagi
Hairaan hoon main,ho hairaan huun main
Tere masum sawaalon se
Pareshaan hoon main
Ho pareshaan hoon main
Pareshaan hoon main


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