ইস মোড় সে জাতে | হ্যায়ঁ इस मोड़ से जाते हैं | Is Mod Se Jaate Hain

ইস মোড় সে জাতে হ্যায়ঁ
इस मोड़ से जाते हैं
Is Mod Se Jaate Hain
राग/Raag: Kalyan
चित्रपट/Film: आंधी (Aandhi) 1975
गीतकार/Lyricist: गुलज़ार (Gulzar)
संगीतकार/Music Director: राहुलदेव बर्मन
(R D Burman)
गायक/Singer(s): लता मंगेशकर,किशोर कुमार

(Lata Mangeshkar,Kishore Kumar)

ও আ আ ও ও
ইস মোড় সে জাতে হ্যায়ঁ
[ইস মোড় সে জাতে হ্যায়ঁ
কুছ সুস্ত ক়দম রাস্তে
কুছ তেজ় ক়দম রাহেঁ]-২
পাত্থর কী হওয়েলী কো,
শীশে কে ঘরোন্দো মেঁ
তিনকোঁ কে নাশেমান তাক
আ আ ইস মোড় সে জাতে হ্যায়ঁ।
[আন্ধী কী তারাহ উড়কার,
ইক রাহ গুজ়ারতী হ্যায়]-২
শরমাতী হুঈ কোঈ
ক়দমোঁ সে উতারতী হ্যায়
ইন রেশমী রাহোঁ মেঁ,
ইক রাহ তো বো হোগী
তুম তাক জো পহুঁচতী হ্যায়
[ইস মোড় সে জাতী হ্যায়ঁ]-২
[ইক দূর সে আতী হ্যায়,
পাস আকে পালটতী হ্যায়]-২
ইক রাহ অাকেলী সী,
রুকতী হ্যায় না চলতী হ্যায়
ইয়ে সোচকে ব্যায়ঠী হূঁ,
ইক রাহ তো বো হোগী
তুম তাক জো পহুঁচতী হ্যায়
[ইস মোড় সে জাতে হ্যায়ঁ]-২
কুছ সুস্ত ক়দম রাস্তে
কুছ তেজ় ক়দম রাহেঁ
পাত্থর কী হওয়েলী কো,
শীশে কে ঘরোন্দো মেঁ
তিনকোঁ কে নাশেমান তাক
ইস মোড় সে জাতে হ্যায়ঁ
আ আ ইস মোড় সে জাতে হ্যায়ঁ।
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ओ आ आ ओ ओ
इस मोड़ से जाते हैं
[इस मोड़ से जाते हैं
कुछ सुस्त क़दम रस्ते,
कुछ तेज़ क़दम राहें]-x२
पत्थर की हवेली को,
शीशे के घरौंदों में
तिनकों के नशेमन तक,
इस मोड़ से जाते हैं
आ आ इस मोड़ से जाते हैं
[आंधी की तरह उड़कर,इक राह गुज़रती है]-x२
शरमाती हुई कोई क़दमों से उतरती है
इन रेशमी राहों में,इक राह तो वो होगी
तुम तक जो पहुंचती है,
[इस मोड़ से जाती है]-x२
[इक दूर से आती है,पास आके पलटती है]-x२
इक राह अकेली सी,रुकती है न चलती है
ये सोचके बैठी हूँ,इक राह तो वो होगी
तुम तक जो पहुंचती है,
[इस मोड़ से जाते हैं]-x२
कुछ सुस्त क़दम रस्ते
कुछ तेज़ क़दम राहें
पत्थर की हवेली को,
शीशे के घरोंदों में
तिनकों के नशेमन तक,
इस मोड़ से जाते हैं
आ आ इस मोड़ से जाते हैं
………………………………………………………………………..
Is mod se jaate hain
[Is mod se jaate hain
Kuchh sust kadam raste
Kuchh tez kadam raahen]-x2
Patthar ki haveli ko
Sheeshe ke gharaundon ne
Tinkon ke nasheman tak
Is mod se jaate hain
Aa is mod se jaate hain
[Aandhi ki tarah udkar,ik raah guzarti hai]-x2
Sharmaati huyi koi kadmon se utarti hai
In reshami raahon mein,ik raah to woh hogi
Tum tak jo pahunchati hai
[Is mod se jaate hain]-x2
[Ik door se aati hai,paas aake palatati hai]-x2
Ik raah akeli si,rukti hai na chalti hai
Yeh soch ke baithi hoon,ik raah to woh hogi
Tum tak jo pahunchati hai
[Is mod se jaate hain]-x2
Kuchh sust kadam raste
Kuchh tez kadam raahen
Patthar ki haveli ko
Sheeshe ke gharaundon ne
Tinkon ke nasheman tak
Is mod se jaate hain
Aa aa is mod se jaate hain

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