অথ শ্রী মহাভারত কথা | अथ श्री महाभारत कथा | Ath Shri Mahabharat Katha | Mahabharat Title Song | Serial: Mahabharat

অথ শ্রী মহাভারত কথা
अथ श्री महाभारत कथा
Ath Shri Mahabharat Katha
Mahabharat Title Song
Serial: Mahabharat (1988)
TV: DD National (Doordarshan)
Genre(s): Bhajan
Lyricist: Pandit Narendra Sharma
Composer: Raj Kamal
Music: Raj Kamal
Singer: Mahendra Kapoor
মহাভারত মহাভারত মহাভারত আ আ
[অথ শ্রী মহাভারত কথা]-২
আ আ মহাভারত কথা
মহাভারত কথা
কথা হ্যায় পুরুষার্থ কী
ইয়ে স্বার্থ কী পরমার্থ কী
সারথি জিসকে বনে
শ্রী কৃষ্ণ ভারত পার্থ কী
শব্দ দিগ্ঘোষিত হুআ
জব সত্য সার্থক সর্বথা
শব্দ দিগ্ঘোষিত হুআ।
যদা যদা হি ধর্মস্য গ্লানির্ভবতি ভারত
অভ্যুত্থানমধর্মস্য তদাত্মানং সৃজাম্যহম্।
পরিত্রাণায় সাধূনাং বিনাশায় চ দুষ্কৃতাম্
ধর্মসংস্থাপনার্থায় সম্ভবামি যুগে যুগে।
আ আ আ আ আ আ
বচন দিয়া সোচা নেহীঁ হোগা ক্যা পরিণাম
সোচ সমঝ কার কীজিএ জীবন মেঁ হার কাম
আস কেহে রহী শ্বাশ সে ধীরজ ধরতা সীখ
মাঙ্গে মিলে মোতী না মিলে মাঙ্গে মিলে না ভীখ
সীখে হাম বীতে যুগো সে নএ যুগ কা কারে স্বাগত
কারে স্বাগত কারে স্বাগত কারে স্বাগত
আ আ আ আ আ আ
ভারত কী হ্যায় কাহানী আ আ
সাদিয়োঁ সে ভী পুরানী
হ্যায় জ্ঞান কী ইয়ে গঙ্গা আ আ
[হ্যায় জ্ঞান কী ইয়ে গঙ্গা
ঋষিয়োঁ কী অমর বাণী]-২
আ আ
ইয়ে বিশ্ব ভারতী হ্যায় আ আ
বীরোঁ কী আরতী হ্যায়
হ্যায় নিত নই পুরানী ভারত কী ইয়ে কাহানী
মহাভারত মহাভারত
মহাভারত মহাভারত হো হো
মহাভারত আ আ আ আ
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महाभारत महाभारत महाभारत
आ आ
[अथ श्री महाभारत कथा]-x२
आ आ महाभारत कथा
महाभारत कथा
कथा है पुरुषार्थ की ये
स्वार्थ की परमार्थ की
सारथि जिसके बने
श्री कृष्ण भारत पार्थ की
शब्द दिग्घोषित हुआ जब
सत्य सार्थक सर्वथा
शब्द दिग्घोषित हुआ
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्‌।
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्‌
धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे-युगे।
आ आ आ आ आ आ
वचन दिया सोचा नहीं होगा क्या परिणाम
सोच समझ कर कीजिए जीवन में हर काम
आस कह रही श्वाश से धीरज धरना सीख
मांगे मिले मोती न मिले मांगे मिले ना भीख
सीखे हम बीते युगो से नए युग का करे स्वागत
करे स्वागत करे स्वागत करे स्वागत
आ आ आ आ आ आ
भारत की है कहानी आ आ
सदियों से भी पुरानी
है ग्यान की ये गंगा आ आ
[है ग्यान की ये गंगा
ॠषियों की अमर वाणी]-x२
आ आ
ये विश्व भारती है आ आ वीरों की आरती है
है नित नई पुरानी भारत की ये कहानी
महाभारत महाभारत
महाभारत महाभारत हो हो
महाभारत आ आ आ आ
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Mahabharat Mahabharat Mahabharat
[Ath shri mahabharat katha]-x2
Aa aa Mahabharat katha
Mahabharat katha
Katha hai purusharth ki
Ye swarth ki parmarth ki
Sarathi jiske bane
Shri Krishna bharat parth ki
Shabd digghoshit huva
Jab satya sarthak sarvatha
Shabd digghoshit huva
Yada yada hi dharmasaya
Glanirbhavaty bharat
Abhyuthanam adharmasya
Tadatmanam shrijamyaham
Paritranaya sadhunaam
Vinashaya cha dushkritam
Dharamasansathapanarthaya
Sambhavami yuge yuge.
Aa aa aa aa aa aa
Vachan diya socha nahi hoga kya parinaam
Soch samajh kar kijiye jiwan mein har kaam
Aas kehe rahi shwaas se dhiraj dharta sikh
Mange mile moti na mile mange mile na vikh
Sikh ham bite yugo se
Naye yug ka kare sawgat
Kare sawgat kare sawgat kare sawgat
Aa aa aa aa aa aa
Bharat ki hai kahani aa aa
Sadiyo se bhi purani
Hai gyaan ki ye ganga aa aa
[Hai gyaan ki ye ganga
Rishiyon ki amar baani]-x2
Aa aa ye bishva bharati hai aa aa
Veeri ki aarti hai
Hai nit nayi purani
Bharat ki ye kahani
Mahabharat Mahabharat
Mahabharat Mahabharat ho ho
Mahabharat aa aa aa aa

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